भवचक्र का अर्थ
भवचक्र का अर्थ
भवचक्र का अर्थ है – झंझट, संसरण, धर्मशाला, संसार, सराय, जगत, मायाजाल, दुनियादारी, सांसारिकता, भवजाल, प्रपंच, इहलोक, माया, विश्व, जगत, संसरण, संसार, दुनिया, मृत्युलोक।
नोट – प्रयोग के आधार पर ये शब्द भिन्न-भिन्न अर्थ प्रकट कर सकते हैं।