सूचना लेखन

सूचना लेखन

दिनांक और स्थान के साथ भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों आदि के विषय में दी गई लिखित जानकारी ‘सूचना’ कहलाती है। सूचना दो प्रकार की हो सकती है – सुखद और दुखद।

सुखद सूचना – खेल, प्रतियोगिता, समारोह आदि।

दुखद सूचना – शोक सभा, क्रियाकर्म आदि।

सूचना लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें –

  1. सूचना की भाषा सरल होनी चाहिए।
  2. समय और दिनांक स्पष्ट होनी चाहिए।
  3. सूचना लम्बी नहीं होनी चाहिए।
  4. स्थान और पता सही लिखा होना चाहिए।
  5. सूचना जारी करने वाले का पद लिखा होना चाहिए।

सूचना लेखन के उदहारण –

प्रश्न 1 – जल विभाग, लुधियाना के सचिव की ओर से एक सूचना पत्र लखिए, जिसमें नगरवासियों को दिनांक 7 सितम्बर को सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक पानी की कटौती के विषय में सूचित किया गया हो

सूचना

जल विभाग, लुधियाना

सभी नगरवासियों को सूचित क्या जाता है कि उत्तर लुधियाना की सभी कालोनियों को पानी पहुँचाने वाली मुख्य पाइपलाइन पर कार्य चल रहा है, जिस कारण दिनांक 7 सितम्बर को सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक पानी की सप्लाई नहीं होगी। नगरवासियों से अनुरोध है कि इस प्रगति कार्य में सहयोग करें।

 

जल विभाग कि ओर से नगरवासियों के लिए पानी कैंटर की व्यवस्था कि गई है। आप पानी के कैंटर फोन नम्बर – 00000-00000 पर कॉल करके बुक करवा सकते हैं।

 

सचिव

जल विभाग

लुधियाना, पंजाब।                                       

दिनांक : 4 सितम्बर, 2017

 

प्रश्न 2 – बिजली विभाग, लुधियाना के सचिव की ओर से एक सूचना पत्र लखिए, जिसमें नगरवासियों को दिनांक 7 सितम्बर को सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक बिजली की कटौती के विषय में सूचित किया गया हो

 

प्रश्न 3 – पुलिस थाना, सिवल लाइन, लुधियाना के थानाध्यक्ष की ओर से एक सूचना पत्र लखिए, जिसमें नगरवासियों को शहर में लगातार बढ़ रही वाहन चोरियों के प्रति सतर्क किया गया हो साथ ही वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर पार्क करने कि सलाह दी गई हो

हिन्दी व्याकरण

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