धर्म + अर्थ
धर्म + अर्थ = धर्मार्थ
जब पहले शब्द का अंतिम वर्ण और दूसरे शब्द का प्रथम वर्ण एक साथ मिलकर नए शब्द बनाते हैं तो उसे संधि कहते हैं।
इसे इस प्रकार समझा जा सकता है –
धर्म (ध् + अ + र् + म् + अ) का अंतिम वर्ण है = अ
अर्थ (अ + र् + अ + थ् + अ) का प्रथम वर्ण है = अ
जब ये दोनों शब्द एक साथ आते हैं तो पहले शब्द का अंतिम वर्ण और दूसरे शब्द का प्रथम वर्ण आपस में जुड़कर संधि कर देते हैं और दो शब्द एक शब्द में परिवर्तित हो जाते हैं।
ध् + अ + र् + म् + अ (अ + अ = आ)अ + र् + अ + थ् + अ
धर्म + अर्थ = धर्मार्थ (ध् + अ + र् + म् + आ + र् + अ + थ् + अ)