अंग छूना
अंग छूना
अंग छूना
अर्थ – कसम खाना
वाक्य में प्रयोग करते समय ‘अंग छूना’ मुहावरा अनेक रूपों में प्रयोग होगा है।
जैसे – अंग छूकर, अंग छुआ, अंग छूके
अंग छूना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग –
- मैं अंग छूकर कहता हूँ सरपंच जी, मैंने चोरी नहीं की।
- दिनेश अगर तुम सच्चे हो तो अंग छूकर कहो कि तुम उस रात वहाँ नहीं थे।
- मैं अंग छूकर कहता हूँ इस बार परीक्षा में प्रथम आकर रहूँगा।
- तुम अंग छूकर कहों मेरा साथ दोगे।
- आज मुझे बहुत जरूरी काम है, मैं अंग छूकर कहता हूँ कल तुम्हारे साथ जरूर चलूँगा।
- मैं अंग छूकर कहती हूँ आज मेरे पास सच में पैसे नहीं हैं, नहीं तो मैं तुम्हें जरूर दे देता।
- मैं अंग छूकर कहती हूँ, मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा।
- नहीं यार ऐसा नहीं है। वो बिलकुल सच बोल रहा है। पूरे परिवार के सामने उसने अंग छूकर कहा है। नहीं यार वो झूठ नहीं बोल रहा। वो दिशा के बारे में कुछ नहीं जानता। अरे तुम किसका यकीन कर रहे हो वो तो अंग छोकर झूठ बोलने में नम्बर वन है।
अंग छूना
अंडे होंगे तो बच्चे बहुत होंगे
अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपने को दे
अंधे को अँधेरे में बड़ी दूर की सूझी
अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है
अपने पैरों पर आप कुल्हाड़ी मारना
अब पछताये होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत
अभी तो तुम्हारे दूध के दांत भी नहीं टूटे
आम खाने से काम या पेड़ गिनने से काम
इस कान से सुनना उस कान से निकाल देना
उखली में सिर दिया तो मूसल का क्या डर
एक म्यान में दो तलवारें नहीं रहती
कमान से निकला तीर और मुंह से निकली बात वापस नहीं आती
काठ की हाँडी आँच पर बार बार नहीं चढ़ती
काम का ना काज का दुश्मन अनाज का
कुत्ते की दुम बारह वर्ष नली में रखी तब भी टेड़ी की टेड़ी
कुत्ते को देशी घी हजम नहीं होता
कुम्हार अपने घड़े को कच्चा नहीं कहता
खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है