आँख दिखाना
आँख दिखाना
आँख दिखाना
अर्थ – गुस्से से देखना या क्रोध भरी नजरों से किसी को देखना।
‘आँख दिखाना’ मुहावरे का वाक्यों में सार्थक प्रयोग –
- जब मैंने उससे अपने पाँच हज़ार रूपए मांगे तो वह मुझे आँखें दिखने लगा।
- मुझे क्यों आँखें दिखा रहे हो, जाकर उससे पूछो जिसने तुम्हें बाहर जाने से मना किया है।
- यूँ बेकार में ऑंखें मत दिखोओं, अगर दम है तो कुछ करके दिखाओ।
अंडे होंगे तो बच्चे बहुत होंगे
अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपने को दे
अंधे को अँधेरे में बड़ी दूर की सूझी
अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है
अपने पैरों पर आप कुल्हाड़ी मारना
अब पछताये होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत
अभी तो तुम्हारे दूध के दांत भी नहीं टूटे
आँख दिखाना
आम खाने से काम या पेड़ गिनने से काम
इस कान से सुनना उस कान से निकाल देना
उखली में सिर दिया तो मूसल का क्या डर
एक म्यान में दो तलवारें नहीं रहती
कमान से निकला तीर और मुंह से निकली बात वापस नहीं आती
काठ की हाँडी आँच पर बार बार नहीं चढ़ती
काम का ना काज का दुश्मन अनाज का
कुत्ते की दुम बारह वर्ष नली में रखी तब भी टेड़ी की टेड़ी
कुत्ते को देशी घी हजम नहीं होता
कुम्हार अपने घड़े को कच्चा नहीं कहता
खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है
खिलाये का नाम नहीं रुलाए का नाम