अपना सा मुंह लेकर रह जाना
अपना सा मुंह लेकर रह जाना मुहावरे का अर्थ – बेशर्म हो जाना, बेइज्जत हो जाना, कोई जवाब न होना, चुप हो जाना।
अपना सा मुंह लेकर रह जाना मुहावरे का वाक्यों में अनेक प्रकार से प्रयोग होता है, जैसे –
अपना सा मुंह लेकर रह जाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग – 1. राजू ने हमेशा राकेश को नीचा दिखाया लेकिन जब वह दसवीं की परीक्षा में प्रथम आया तो राजू अपना सा मुंह लेकर रह गया।
2. राजू ने राम पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर उसे बहुत बेइज्जत किया लेकिन जब सच सामने आया तो राजू अपना सा मुंह लेकर रह गया।
3. दिनेश ने कहाँ था कि इस बार का मुकाबला वही जीतेगा, लेकिन हार के बाद उसे अपना सा मुंह लेकर जाना पड़ा।
अंडे होंगे तो बच्चे बहुत होंगे
अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपने को दे
अंधे को अँधेरे में बड़ी दूर की सूझी
अपना खाना, अपना कमाना
अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है
अपने पैरों पर आप कुल्हाड़ी मारना
अब पछताये होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत
अभी तो तुम्हारे दूध के दांत भी नहीं टूटे
आम खाने से काम या पेड़ गिनने से काम
इस कान से सुनना उस कान से निकाल देना
उखली में सिर दिया तो मूसल का क्या डर
एक म्यान में दो तलवारें नहीं रहती
कमान से निकला तीर और मुंह से निकली बात वापस नहीं आती
काठ की हाँडी आँच पर बार बार नहीं चढ़ती
काम का ना काज का दुश्मन अनाज का
कुत्ते की दुम बारह वर्ष नली में रखी तब भी टेड़ी की टेड़ी
कुत्ते को देशी घी हजम नहीं होता
कुम्हार अपने घड़े को कच्चा नहीं कहता
खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है