कर सेवा पा मेवा
कर सेवा पा मेवा मुहावरे का अर्थ है – अपने से बड़ों का आदर करना चाहिए।
कर सेवा पा मेवा मुहावरे का वाक्य में सार्थक प्रयोग देखिए – बच्चों बड़े बुजुर्गों की सेवा करों तभी मेवा मिलेगा।
नोट – वाक्य में प्रयोग होते समय मुहावरा लिंग, वचन, कारक आदि के अनुसार अपना रूप बदल लेता है।
अंडे होंगे तो बच्चे बहुत होंगे
अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपने को दे
अंधे को अँधेरे में बड़ी दूर की सूझी
अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है
अपने पैरों पर आप कुल्हाड़ी मारना
अब पछताये होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत
अभी तो तुम्हारे दूध के दांत भी नहीं टूटे
आम खाने से काम या पेड़ गिनने से काम
इस कान से सुनना उस कान से निकाल देना